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बहुत सुंदर यादें। सुन्दर प्रस्तुति । मैं जब भी अकेला होता हूं । बचपन को बुला लेता हूं। फिर धीरे-धीरे थपकी देकर । कांधे पे सुला लेता हूं ।
बहुत सुंदर यादें।
सुन्दर प्रस्तुति ।
मैं जब भी अकेला होता हूं । बचपन को बुला लेता हूं। फिर धीरे-धीरे थपकी देकर । कांधे पे सुला लेता हूं ।