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Comments (13)

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बहुत सुंदर रचना है।महोदय मेरी रचना अमर प्रेम (सवैया) का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग देने की कृपा करें , धन्यवाद। ।

9 Feb 2021 03:17 PM

बहुत उम्दा । मेरी रचना “अधूरा पर पूर्ण प्यार” का भी अवलोकन करें और अच्छा लगे तो तो अवश्य वोट करें। Voted

9 Feb 2021 12:57 PM

साधुवाद।

9 Feb 2021 03:16 PM

आभार

9 Feb 2021 10:56 AM

बहुत अच्छी रचना ? कृपया मेरी रचना को पढ़ें और वोट करने कृपा करें ?

9 Feb 2021 01:07 PM

आभार। अवश्य आदरणीया।

9 Feb 2021 01:08 PM

बहुत बहुत आभार।

9 Feb 2021 10:18 AM

जिस दिन जमीनी स्तर पर किसी प्रतिभावान चमार के पैर छूने में ऊची जाति वालो की हिचकिचाहट खत्म हो जायेगी
उसी दिन आरक्षण खत्म हो जायेगा
आरक्षण हटाने की बात करते हैं
जमीनी स्तर के जातिप्रथा हटाने की क्यो बात नहीं की जाती
धन्यवाद ??

9 Feb 2021 01:07 PM

आपके चिंतन को सादर नमन।

9 Feb 2021 10:12 AM

जिस दिन ब्राह्मण क्षत्रिय का बच्चा किसी बुजुर्ग चमार के पैर छूने लगेगा तभी जाकर जातिप्रथा का जहर खत्म हो और आरक्षण भी
मेरे ख्याल से बुजुर्ग का पैर छूना और आशीर्वाद लेना अच्छी बात है और धार्मिक भी
धन्यवाद ??

9 Feb 2021 01:06 PM

महर्षि रैदास और महारानी भक्तिमती मीरा से अधिक श्रेष्ठ उदाहरण क्या हो सकता है। ज्ञान , सम्मान, और संस्कार का संबंध किसी जाति विशिष्ट से नहीं है।

अतिसुंदर संदेशपूर्ण यथार्थ प्रस्तुति !
साधुवाद ! ?

9 Feb 2021 01:02 PM

बस प्रयास है आदरणीय। आपके स्नेह के लिए आभार।

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