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4 Feb 2021 02:00 PM

बच्चों को इंगित करके मां बाप को उनके पालन पोषण करने में उनको दुलार करने में मिले आनन्द से तृप्ति मिलती है वह अविश्वमर्णिय है, हां यदि वही संतान बाद में कष्ट का कारण बन जाए तो घनघोर नरक का अहसास भी करा सकती है, धुंधकारी और गौकर्ण,आत्मदेव और धुंधली की कथा यही बताती है।

अतिसुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !

2 Feb 2021 08:06 PM

??प्रणाम ??

हमारी रचना ये खत मोहब्बत के जो प्रतियोगिता में शामिल है कृप्या उस पर भी अपना आशीर्वाद देने की कृपा करें ।

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