Comments (4)
2 Feb 2021 04:31 PM
बहुत ही सुन्दर रचना है। शानदार।
24 Jan 2021 07:03 PM
याद में तेरी जाग जाग के हम रात भर करवटें बदलते हैं ,
हर घड़ी दिल में तेरी उल्फ़त के धीमे धीमे च़राग जलते हैं ,
श़ुक्रिया !
Raja Ashok
Author
23 Feb 2021 06:14 AM
बहुत बहुत आभार श्याम सुंदर जी कि आपने अपना कीमती समय निकाल कर अपना विचार व्यक्त किया।
वाह..बहुत सुंदर रचना आदरणीय।कृपया मेरी कविता “अमर प्रेम (सवैया) ” का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग की कृपा करें।।