Comments (8)
31 Dec 2021 06:26 PM
अति सुन्दरम्
24 Jan 2021 08:11 AM
आदरणीय अर्चना जी, उम्दा सृजन! ईश्वर का आप सभी पर आशीर्वाद… छाया… कृपा बनी रहे। नववर्ष की पुनः शुभकामनायें।
22 Jan 2021 08:42 PM
अति सुन्दर, उत्तम रचना ?
22 Jan 2021 07:45 AM
आपकी रचनाओं में कभी कभी
मीरा का प्रेम और महादेवी वर्मा जी का छायावाद झलकता है ।
सुंदर अभिव्यक्ति के लिये बधाई ।
21 Jan 2021 11:56 PM
अति सुन्दर रचना
21 Jan 2021 09:43 PM
सराहनीय, बहुत उत्तम रचनाएँ आ.?
21 Jan 2021 08:16 PM
अतिसुंदर !
!! प्रेम !!
प्रेम हो तो ऐसा पवित्र हो,
जहाँ न वासनाकी भूख हो।
बस अतीन्द्रिय सुख हो,
उनसे बिछड़ने की पीर हो।।
नयनों में भरे लिये नीर हो,
तनसे कितनी भी दूरी लगे।
पर हृदय के वो! करीब हो,
प्रेम हो तो राधारानी जैसा।।
या मीरा दीवानी जैसा हो,
प्रेम हो तो ऐसा पवित्र हो।