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निष्ठुर संवेदनहीन स्वार्थी कपूत से सद्भावना की अपेक्षा करना व्यर्थ है। जब तक जमाने की ठोकर नहीं लगती तब तक ऐसे कपूतोंं में सद्बुद्धि का संचार संभव नहीं है ।
धन्यवाद !
निष्ठुर संवेदनहीन स्वार्थी कपूत से सद्भावना की अपेक्षा करना व्यर्थ है। जब तक जमाने की ठोकर नहीं लगती तब तक ऐसे कपूतोंं में सद्बुद्धि का संचार संभव नहीं है ।
धन्यवाद !