Comments (5)
14 Jan 2021 04:19 PM
बहुत सुन्दर रचना मुग्धा जी.. शुभकामनाएं ? कृप्या मेरी रचना “कोरोना बनाम सिंह क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
14 Jan 2021 12:35 PM
बहुत सुंदर सृजन मुग्धा जी। बधाई। संभव हो तो मेरी रचना कोरोना को अवलोकित कर वोट करें। धन्यवाद।
खुशी हुई साहित्यपीडिया में भिलाई का कोई तो मिला।
Mugdha shiddharth
Author
14 Jan 2021 01:19 PM
पता नहीं चल रहा है कि कहां है …
रौंदा होगा किसी ने ख्वाब में ख्वाब उसके
उसी के टीस में कुछ बक गई होगी
बहुत बहुत उम्दा , बधाई मुग्धा जी