Comments (4)
13 Jan 2021 07:31 PM
तुम मुझे यूं भुला न पाओगे ,
जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे संग संग तुम भी गुनगुनाओगे ,
रफी सा फ़नकार वो सुरोंं का फरिश्ता ज़िंदादिल इंसानिय़त की मिसाल , हर म़ुरीद के दिल में बसता है । उसके हर खुशी हर गम के एहसास में नग़मा बनकर ज़ेहन में डोलता रहता है ।
श़ुक्रिया !
Mahesh Tiwari 'Ayan'
Author
14 Jan 2021 06:20 AM
??????
रफी जी के प्रति समर्पित बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति।?? आदरणीय, मेरी रचना साथी तेरा साथ का अवलोकन करने की कृपा करें। अगर अच्छी लगे तो वोट कर अनुगृहीत करें। ??
धन्यवाद जी?