Comments (3)
12 Jan 2021 07:01 PM
आदरणीय ओम प्रकाश जी शर्मा!
“मत” होना निराश करते रहना प्रयास ।
मिलेगी सफलता एक दिन,
बस यही रखो मन में विश्वास।। बिना मांगे हम आपकी रचना को वोट करेंगे! आप हमारी रचना **नाम मिला जिसे कोरोना** का अवलोकन अवश्य करें !प्रतिक्रिया आपके विवेक पर! आपकी तर्कसंगत रचना पर आभार!
12 Jan 2021 06:57 PM
अति उत्तम रचना
बहुत सुन्दर बात कही आदरणीय ओमप्रकाश जी..बिन मांगे वोट मेरा, स्वीकार करें…शुभकामनाएँ ?? मेरी रचना “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?