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बात ही निराली मातृभाषा की, माँ सम लगती प्यारी दिखावे का प्यार और का, नेह माँ-सा छलकाए हिंदी। बहुत ही सुन्दर सृजन। बधाई सीमा जी
सादर आभार आपका
बात ही निराली मातृभाषा की, माँ सम लगती प्यारी दिखावे का प्यार और का, नेह माँ-सा छलकाए हिंदी। बहुत ही सुन्दर सृजन। बधाई सीमा जी
सादर आभार आपका