Comments (4)
27 Jan 2021 03:46 PM
अद्भुत
9 Jan 2021 10:43 PM
बहुत ही खूबसूरत लिखा आपने। लेखक की अपनी एक उदात्त सोच होती है । यदि पाठक भी रुचि रखे तो रचना सार्थक हो जाती है। बहुत बधाई।
Bhartendra Sharma
Author
9 Jan 2021 10:51 PM
बहुत बहुत आभार सोनी जी। आपकी टिप्पणी 1 नई ऊर्जा देती है।
समझ अपनी – अपनी है अपना दिमाग,
जो लिखें वही समझे जरूरी नहीं
बहुत खूब