Comments (4)
8 Jan 2021 02:44 PM
अत्यन्त प्रभावशाली एवं सन्देशपूर्ण नाटक, रोशन जी..! आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “कोरोना को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना “, जो कि काव्य प्रतियोगिता मेँ भाग ले रही है, पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..! साभार..!???
Roshan Jha
Author
10 Jan 2021 11:23 AM
जी वोट दे चुका हूं ।
8 Jan 2021 12:41 PM
वाह! बहुत सुन्दर नाटक रोशन जी..शुभकामनाएँ ?? मेरी रचना “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
सुंदर प्रस्तुति !
धन्यवाद !