Comments (3)
7 Jan 2021 09:43 AM
अतिसुंदर गूढ़ तत्वयुक्त संदेशपूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !
6 Jan 2021 10:03 PM
अत्यन्त प्रभावशाली एवं सन्देशपूर्ण रचना, अनिल जी..! आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “कोरोना को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना “, जो कि काव्य प्रतियोगिता मेँ भाग ले रही है, पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..!
साभार..!???
वाह वाह! बहुत सुन्दर कविता अनिल कुमार जी..शुभकामनाएँ ?? मेरी रचना “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?