Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (3)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
7 Jan 2021 02:22 PM

बहन शशि जी, किसान के प्रति आपके उद्गार और भावनाएं राहत का पैगाम दे रही है,वर्ना हम लोग तो इतने स्वार्थी हो गये हैं कि अन्नदाता के नाम से ही बौखला कर अनाप-शनाप टिप्पणी करने लगे हैं! आज के इस माहौल में यदि खेत में किसान और सीमा पर जवान अपनी निष्ठा से काम न कर रहे होते तो हम चैन से कैसे रह पाते,बस हुक्मरान से निवेदन है कि किसान को अपना मानकर उसकी ब्यथा को समझ सके!
सादर अभिवादन।

अतिसुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति !

धन्यवाद !

6 Jan 2021 07:46 PM

*अन्नदाता *किसान पर आपकी सुंदर रचना पर बहुत-बहुत बधाई।

Loading...