बीते वर्ष की कटु स्मृतियों की भावभीनी प्रस्तुति !
नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित धन्यवाद !
कृपया मेरी प्रतियोगिता प्रविष्टि “अहद” का अवलोकन कर वोट करने का कष्ट करें !
अत्यन्त प्रभावी प्रस्तुति,रविशंकर जी..! आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी ग़ज़ल “कोरोना को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना ” जो कि काव्य प्रतियोगिता मेँ शामिल है, पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..!
साभार..!???
रवि शंकर जी को बहुत-बहुत बधाई बीते वर्ष का बड़ा ही मार्मिक चित्रण आपने किया धन्यवाद। काव्य प्रतियोगिता में मेरी रचना **नाम मिला जिसे कोरोना** का अवलोकन करने का कष्ट करें!अच्छी लगे तो वोट स्वरूप प्रतिक्रिया दें।।
बहुत सुन्दर रचना रवि शंकर जी.. नव वर्ष की शुभकामनाएँ ?? मेरी रचना “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
सुंदर रचना के लिए अभिवादन स्वीकार करें।
मेरी कविता ईश्वर पढ़ें और योग्य लगे तो वोट करें?