Comments (6)
2 Jan 2021 03:25 PM
सुंदर!!
2 Jan 2021 04:55 PM
धन्यवाद जी
2 Jan 2021 10:59 AM
अतिसुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !
2 Jan 2021 01:30 PM
शुक्रिया सर
गांधी जी को आत्मसात करते हुए अपनी व्यथा को वर्तमान शासकों के समक्ष प्रस्तुत करके उनसे सहृदयता की आकांक्षा के साथ संघर्ष रत्त किसान की भाव भंगिमा को बहुत ही मार्मिक तर्कसंगत एवं सटीक रुप से परिभाषित करने के लिए साधुवाद! आपकी किसान के प्रति समर्पित भावनाएं प्रभावित करने में सक्षम हैं!
बहुत बहुत धन्यवाद सर