Comments (4)
31 Dec 2020 04:15 PM
सुंदर रचना। कृपया आप भी मेरी रचना “कोरोना(ग़ज़ल)” पढ़ें और अपना बहुमूल्य वोट देकर मुझे अनुगृहीत करें। धन्यवाद।
29 Dec 2020 02:24 PM
बहुत मार्मिक और यथार्थ से जुड़ी हुई रचना है नरेश जी ??
कृप्या मेरी रचना “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
बहुत सुंदर प्रस्तुति