Comments (2)
14 Dec 2020 08:02 PM
सूखे गुलाब के उस तोहफे को मैंने किताब में महफूज़ रक्खा है ,
ये मेरे जज़्बातों की अम़ानत है जिसे मैंने आज तक संभाल के रक्खा है ,
श़ुक्रिया !
सूखे गुलाब के उस तोहफे को मैंने किताब में महफूज़ रक्खा है ,
ये मेरे जज़्बातों की अम़ानत है जिसे मैंने आज तक संभाल के रक्खा है ,
श़ुक्रिया !
वाह वाह। बहुत खूब अर्चना जी