Comments (3)
5 Dec 2020 06:47 PM
तेरे नाम से मेरा नाम है , तेरे द़म से है मेरी ज़िंदगी।
मैं जिधर चला तू ही हमसफ़र , है तेरी दुआ़ मेरी रोश़नी ।
तू मेरा हमनफ़स , तू ही मेरा हम़नव़ा , तू ही मेरा हम़दर्द , तू ही मेरा ग़मे आश़ना ।
तेरे बगैर ए मेरे हम़दम़ स़हरा लगे ये आश़ियाँ।
मेरे दिल से तेरे दिल की राह है ।
मेरी चाहत ही तेरी चाह है ।
तेरे नसीब से ही बना मेरा म़ुकद्दर तू ही मेरी शान है
तू ही मेरी जुस्त़जू , तू ही मेरी आरज़ू ,
तू ही मेरी जान है ।
श़ुक्रिया !
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Author
12 Dec 2020 10:05 AM
सुंदर चित्रण
??बहुत सुंदर ??
कृप्या हमारी कविता पर भी थोड़ा प्रकाश डाल वोट करने की कृपा करें ।