You must be logged in to post comments.
वो एहद ,एहद ही क्या है , जिसे निभाओ भी , हमारे बाद अगर याद आए , तो भूल जाओ भी , हमें तो वादों पर यक़ीं है , गुज़ार लेंगे ये ज़िंदगी , तुम बावफ़ा होकर ज़िंदगी गुज़ार कर बताओ भी ,
श़ुक्रिया !
सुंदर
वो एहद ,एहद ही क्या है , जिसे निभाओ भी ,
हमारे बाद अगर याद आए , तो भूल जाओ भी ,
हमें तो वादों पर यक़ीं है , गुज़ार लेंगे ये ज़िंदगी ,
तुम बावफ़ा होकर ज़िंदगी गुज़ार कर बताओ भी ,
श़ुक्रिया !
सुंदर