Comments (2)
7 Feb 2021 08:29 PM
फूल औ खार दोनों को चुनते रहें,
एक टूटे तो दूजे को बुनते रहें
एक सुरभित सुमन, दूसरे में चुभन
हो सहज भाव सब ही को गुनते रहें।
बहुत खूब सुन्दर तोहफा
फूल औ खार दोनों को चुनते रहें,
एक टूटे तो दूजे को बुनते रहें
एक सुरभित सुमन, दूसरे में चुभन
हो सहज भाव सब ही को गुनते रहें।
बहुत खूब सुन्दर तोहफा
ऐसा भी होता है