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मैं ज़िंदगी का साथ निभाता रहा , हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाता रहा , वक़्त मुझे आज़माता रहा , मैं अपनी तक़दीर आज़माता रहा ,
श़ुक्रिया !
मैं ज़िंदगी का साथ निभाता रहा ,
हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाता रहा ,
वक़्त मुझे आज़माता रहा ,
मैं अपनी तक़दीर आज़माता रहा ,
श़ुक्रिया !