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जब भी चाहो एक नई सूरत बना लेते हैं लोग ,
एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग ,
कुछ हमदर्दी के , कुछ नए नेकनीयत , कुछ प्यार और वफ़ा के चेहरे ,
जिनके पीछे होते हैं खुदगर्जी , नापाक इरादे और बेवफ़ाई के बेमुरव्वत फ़रेबी चेहरे ,

श़ुक्रिया !

13 Oct 2020 09:55 PM

बहुत ख़ूब
सादर आभार?

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