Comments (4)
13 Oct 2020 10:46 AM
पढ़ते रहो, बढ़ते रहो।
स्वप्न माता-पिता के साकार करते रहो।
सदा मिलेगा आशीर्वाद उनका,
नवसृजन हमेशा गड़ते रहो।
धन्यवाद!!
PRABHA NIRALA
Author
13 Oct 2020 01:53 PM
जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका ??
पितृप्रेम की सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति।
धन्यवाद !
शुक्रिया आपका ?