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क्यूं कर ज़माने का रोना रोए कोई , मुक़द्दर में लिखा वो ही मय़स्सर होता है ,
श़ुक्रिया !
क्यूं कर ज़माने का रोना रोए कोई ,
मुक़द्दर में लिखा वो ही मय़स्सर होता है ,
श़ुक्रिया !