Comments (3)
9 Oct 2020 07:12 PM
तेरी यादों को ज़ेहन से निकालूंं तो निकालूं कैसे ?
दिल में पाब़स्ता तेरी तस्वीर को मिटाऊं तो मिटाऊं कैसे ?
श़ुक्रिया !
तेरी यादों को ज़ेहन से निकालूंं तो निकालूं कैसे ?
दिल में पाब़स्ता तेरी तस्वीर को मिटाऊं तो मिटाऊं कैसे ?
श़ुक्रिया !
बहुत खूब। क्या कहने हैं।
बहुत शुक्रिया