You must be logged in to post comments.
यूं तो गले लगाते हैं अपनों को सभी, ग़र जो मज़लूमों को गले लगाएगा, वो ही इंसां कहलाया जाएगा ,
श़ुक्रिया !
यूं तो गले लगाते हैं अपनों को सभी,
ग़र जो मज़लूमों को गले लगाएगा,
वो ही इंसां कहलाया जाएगा ,
श़ुक्रिया !