आपके पुनीत विचारों का स्वागत है।
प्रथम लक्ष्य लोगों में फैली विकृत मानसिकता में परिवर्तन लाना होगा। जिसके लिए समाचार पत्र, टीवी मीडिया एवं फिल्में तथा इंटरनेट जो इस तरह की मानसिकता को फैलाने के लिए दोषी हैं पर लगाम लगाने की आवश्यकता है। नारी को एक भोग विलास की वस्तु के रूप में प्रदर्शित किया जाता है जिस पर रोक लगाने के लिए कठोर कदम सरकार एवं इसके विरुद्ध एक संगठित सोच जनता में जगा कर उठाने की आवश्यकता है। विशेषकर युवा पीढ़ी मे विकृत मानसिकता उत्पन्न करने वाले कारको को रोकने के लिए दृढ़ संकल्प लेने की आवश्यकता है। गांवों ,शहरों एवं कस्बों में विभिन्न स्तरों पर युवा समितियां एवं चर्चा मंडल का गठन कर जनजागृति उत्पन्न करने के लिए प्रयास करने होंगे। जिनके माध्यम से स्वस्थ मानसिकता के प्रसार एवं प्रचार का एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाना होगा, जो समस्त क्षेत्रीय राजनीति , जातिवाद एवं सांप्रदायिकता से परे युवा पीढ़ी में एक स्वस्थ मानसिकता के विकास में योगदान प्रदान कर सके।
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प्रथम लक्ष्य लोगों में फैली विकृत मानसिकता में परिवर्तन लाना होगा। जिसके लिए समाचार पत्र, टीवी मीडिया एवं फिल्में तथा इंटरनेट जो इस तरह की मानसिकता को फैलाने के लिए दोषी हैं पर लगाम लगाने की आवश्यकता है। नारी को एक भोग विलास की वस्तु के रूप में प्रदर्शित किया जाता है जिस पर रोक लगाने के लिए कठोर कदम सरकार एवं इसके विरुद्ध एक संगठित सोच जनता में जगा कर उठाने की आवश्यकता है। विशेषकर युवा पीढ़ी मे विकृत मानसिकता उत्पन्न करने वाले कारको को रोकने के लिए दृढ़ संकल्प लेने की आवश्यकता है। गांवों ,शहरों एवं कस्बों में विभिन्न स्तरों पर युवा समितियां एवं चर्चा मंडल का गठन कर जनजागृति उत्पन्न करने के लिए प्रयास करने होंगे। जिनके माध्यम से स्वस्थ मानसिकता के प्रसार एवं प्रचार का एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाना होगा, जो समस्त क्षेत्रीय राजनीति , जातिवाद एवं सांप्रदायिकता से परे युवा पीढ़ी में एक स्वस्थ मानसिकता के विकास में योगदान प्रदान कर सके।
धन्यवाद !
धन्यवाद सर!!