वाहःहः बहुत खूबसूरती से आपने रोगी और चिकित्सक के बीच सम्भावित सम्बन्धों को बयां किया। एक ही चिकित्सक किसी के लिये भगवान, मित्र तो दूसरे रोगी के लिये लुटेरा बदमाश हो जाता है। क्योंकि हर रोगी की मानसिक प्रवत्ति, सोच, स्टेटस ,दायरा सब अलग अलग होता है । वो डॉक्टर को उसी नजरिये से देखता है।
वाहःहः बहुत खूबसूरती से आपने रोगी और चिकित्सक के बीच सम्भावित सम्बन्धों को बयां किया। एक ही चिकित्सक किसी के लिये भगवान, मित्र तो दूसरे रोगी के लिये लुटेरा बदमाश हो जाता है। क्योंकि हर रोगी की मानसिक प्रवत्ति, सोच, स्टेटस ,दायरा सब अलग अलग होता है । वो डॉक्टर को उसी नजरिये से देखता है।
मेरे लेख पर आपके अवलोकन एवम सम्मति से अनुग्रहित हुआ ।