Comments (6)
4 Aug 2020 11:58 PM
वो ना धड़कने सुनते हैं ना इशारे समझते हैं ।
वो बेवकूफ तो बस जुबाँ से कहीं बात समझते हैं ।।
बहुत उम्दा
Chandani modanwal
Author
5 Aug 2020 07:17 AM
लाजवाब! Thanks
5 Aug 2020 01:43 PM
Your welcome mam
चाहतों की कश्ती हो
समंदर का किनारा हो।
वो चाहत कि महफिल क्या
जहां इंतजार हमरा हो ।
बहुत खूब।
Nyc
Thanks