Comments (6)
2 Aug 2020 08:16 PM
अंतर्मन की व्यथा को प्रस्तुत करती हुई अतिसुंदर प्रस्तुति।
धन्यवाद !
2 Aug 2020 02:35 PM
????
2 Aug 2020 01:11 PM
दिल में अहसास की झंकार प्रस्तुत करता सृजन
2 Aug 2020 01:06 PM
मर्म को छुने वाली आपकी यह रचना कटु सत्य को परिभाषित करती है, सत्येन्द्र सिंह जी।
बहुत सुंदर रचना है।महोदय मेरी रचना अमर प्रेम (सवैया) का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग देने की कृपा करें , धन्यवाद। ।