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30 Jul 2020 06:32 AM

सच का आइना

25 Jul 2020 11:49 AM

संतुष्टि का बोध, यही तो नहीं हो पा रहा है, लगे हैं अंधी दौड़ में,सब कुछ ताक पर रख कर।

बैठे हैं किनारे पर, कभी तो लहर आएगी। आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर।

संतोष ही जीवन का सबसे बड़ा सुख है।
शांति के बिना जीवन में दुःख ही दुःख हैंं।

धन्यवाद !

आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर

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