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21 Jul 2020 07:59 AM

बिना कुछ कहे बहुतायत चेतावनी युक्त प्रस्तुति ।
धन्यवाद!

अतिसुंदर !

शांत लगता ज्वालामुखी हूं मेरे अंतः में भावनाओं का लावा धधक रहा है।
मेरे अस्तित्व को ना छेड़ो भावनाओं का वेग जब उभरेगा तब मेरा विनाशकारी रूप समस्त पापों का विनाश करके छोड़ेगा।

धन्यवाद !

20 Jul 2020 09:19 PM

बहुत खूब

20 Jul 2020 09:39 PM

Sukriya

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