Comments (4)
20 Jul 2020 07:58 AM
अर्थपूर्ण प्रस्तुति।।
Er. Shailja Tiwari
Author
20 Jul 2020 12:51 PM
Sukriya
हैवानियत जब हद से पार हो गई।
इंसानिय़त स़िस़कती तार-तार हो गई।
हर सर श़र्म से झुक गया।
हर ज़िंदगी त़ाउम्र के लिए शर्म़सार हो गई।
श़ुक्रिया !
Waah…