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Comments (9)

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मोहब्बत तो किसी तरफ से नहीं थी
ये तो केवल आशाओं की डोर है।
तुम दिल को अपने समझा सकती थी
जब पता चला उसका कोई और है।
दिल को थोड़ा दर्द होता समझ जाता
पर आप का दिल टूटने से तो बच जाता

धन्यवाद।

vasu Author
24 Jul 2020 09:39 AM

Wahh
आपका शुक्रिया ?

Vr nice dear

vasu Author
20 Jul 2020 09:13 PM

Thank you ?

था उनमें मुझ में जुनूँँ।
तो उनमें मुझ में यह फर्क क्यूँ।
मैं गिरफ्त़े गम़ से न बच सका,
वो हुदूदे गम़ से निकल गए।

श़ुक्रिया !

vasu Author
20 Jul 2020 09:13 PM

वाह ?
आपका शुक्रिया सर ?

20 Jul 2020 08:58 AM

बहुत खूब ।
धन्यवाद!

vasu Author
20 Jul 2020 09:13 PM

आपका शुक्रिया ?

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