शराबी शराब को छोड़कर सुधर सकता है।
पर जुआरी जिंदगी भर अपनी लत से उबर नहीं सकता।
मैंने अपने जीवन में कुछ ऐसे जुआरी देखे हैं जिन्होंने इस लत के कारण अपना संपूर्ण जीवन बर्बाद कर दिया। और सब कुछ होते हुए भी अभावों से ग्रस्त जीवन व्यतीत किया। अपना ही नहीं उन्होंने अपने परिवार का भविष्य भी नष्ट कर दिया।
दरअसल जुआरी की मनोवृत्ति इस प्रकार की बन जाती है कि उसे कभी संतोष नहीं होता ।जीतने पर और के लालच में वह फिर बाजी लगाता है। और फिर हारने पर फिर जीतने की लालसा में फिर बाजी लगाता है और जीत हार का यह दौर जीवन भर चलता रहता है , जब तक वह बर्बादी नहीं हो जाता ।
इस व्यसन से दूर रहना ही जीवन के लिए श्रेयस्कर है।
धन्यवाद !
एक दम सही कहा आपने
पर मैं अपने गांव का क्या करूँ वो ऐसा ही है, बचपन मे इतनी समझ नही थी इसलिए इस जुए का शिकार बने। पर इसको अपनी कमजोरी नही बनने दिया
रोचक जानकारी… ऐसा भी होता है यह जान आश्चर्य हुआ..
धन्यवाद।