Comments (6)
17 Jul 2020 07:33 PM
उनकी आंखों से झलकती मय़ जो पीआज तक बहक रहे हैं।
बेखुदी का आलम न पूछो ना जाने क्या क्या कर रहे हैं।
भीड़ में भी तनहा रहते हैं और अकेले में खुद से बातें कर रहे हैं।
श़ुक्रिया !
Salil Shamshery
Author
17 Jul 2020 10:05 PM
वाह वाह श्रीमान
17 Jul 2020 01:27 PM
Nice bro
Salil Shamshery
Author
17 Jul 2020 01:36 PM
सविनय अभिनन्दन आदरणीया
बहुत खूब
हौसलाअफजाई के लिये शुक्रिया