Comments (7)
26 Jul 2020 01:28 AM
हर शाम तेरे सपनों के राहों में कटती है
आँखें भी हर शाम के इंतजार में होते हैं।
कारनामे तो तेरी चाहत का है इसीलिए
मेरा दिल गमों के ढेरों में भी तुझे याद करता है।
26 Jul 2020 10:30 AM
शुक्रिया
15 Jul 2020 10:10 AM
याद में तेरी जाग जाग के हम रात भर करवटें बदलते हैं।
हर घड़ी दिल में तेरी उल्फ़त के धीमे धीमे चिराग़ जलते हैं।
श़ुक्रिया !
बहुत खूब।
धन्यवाद