Comments (4)
14 Jul 2020 06:25 PM
जिंदगी में बहुत फरेब खाए हैं।
यहां अपने भी हुए पराए हैं।
किस्मत के खेल भी बड़े निराले।
कभी खुशियों की बहारें है।
तो कभी गमों के पाले हैं।
श़ुक्रिया !
जिंदगी में बहुत फरेब खाए हैं।
यहां अपने भी हुए पराए हैं।
किस्मत के खेल भी बड़े निराले।
कभी खुशियों की बहारें है।
तो कभी गमों के पाले हैं।
श़ुक्रिया !
सत्यवचन दोस्त
धन्यवाद