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न तुम हमें जानो ना हम तुम्हें जाने।
मगर लगता है कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया।

श़ुक्रिया !

श़ुक्रिया ji…. Shayam ji!

बहुत सुंदर

श़ुक्रिया ji…. रीतू सिंह ji!

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