Comments (10)
6 Jul 2020 12:39 PM
प्रस्तुति सुन्दर है ?
अर्ज करते है !
जाए कहां
ये सोच ही पाते हैं ,
नए रास्तों की चाहत में ये पांव खुद चले जाते हैं ।
जाने के बाद ही समझ आता है ,
हृदय का इरादा कुछ इस कदर बदल जाता ,
अब उस राह नहीं जाऊंगा बस यही कहते जाता है ।।
धन्यवाद ??
6 Jul 2020 10:25 AM
आपके मनोभाव को मै प्रणाम करता हूं।।
बहुत सुंदर कविता।।
6 Jul 2020 08:33 AM
सकारात्मक भावोंयुक्त सुंदर प्रस्तुति।
धन्यवाद !
लाजवाब✍️कभी कभी जा आया करो कुछ जगहों पर
जी भाई बिल्कुल जाऊँगा शुक्रिया आपका