Comments (5)
5 Jul 2020 09:35 PM
बहुत सुंदर
5 Jul 2020 06:02 AM
खोखली धार्मिक रूढ़िवादिता एवं सामाजिक मूल्यों के बंधन से मुक्ति के लिए उद्वेलित अंतर्मन की वेदना की वितृष्णा युक्त प्रस्तुति।
धन्यवाद !
4 Jul 2020 10:41 PM
Wow
बहुत खूब