Comments (8)
29 Jun 2020 09:44 AM
अतिसुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति।
अगर ख्व़ाब को तस्वीर की जुबानी की जगह पर ख्व़ाब -ए- ताबीर का इज़हार अल्फ़ाज़ों में लिखने चला था होता तो अधिक सुंदरता आती।
ऐसा मेरा विचार है।
धन्यवाद !
29 Jun 2020 06:32 PM
हर ख़्वाब की ताबीर हर्फ़ों की जुबानी लिखने चला था हो सकता है।
Vr nice
बहुत शुक्रिया आपका✍️