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उनके तीर-ए-नज़र का इस क़दर अस़र हुआ। दिल ज़ख्म़ी हुआ बिखर कर रह गया ख़्वाबों का आश़ियाना।
श़ुक्रिया !
?
उनके तीर-ए-नज़र का इस क़दर अस़र हुआ।
दिल ज़ख्म़ी हुआ बिखर कर रह गया ख़्वाबों का आश़ियाना।
श़ुक्रिया !
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