Comments (4)
18 Jun 2020 06:28 PM
बहुत सुंदर रचना ।
धन्यवाद!
अरविन्द व्यास
Author
19 Jun 2020 04:23 PM
धन्यवाद जी
ज़िंदगी को इतना दूभर ना बनाओ।
ज़िंदादिली से जियो सहज खुश़गवार बनाओ।
धन्यवाद !
धन्यवाद जी, आप समझे नही … इसमें सत्य जिन्दादिली ही है