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रूठना मनाना तो मोहब्ब़त का स़िलस़िला है। जब तक दिल में ए़़हसास ज़िंदा हो तो क्या ग़िला है।
श़ुक्रिया !
बहुत खूब!
रूठना मनाना तो मोहब्ब़त का स़िलस़िला है।
जब तक दिल में ए़़हसास ज़िंदा हो तो क्या ग़िला है।
श़ुक्रिया !
बहुत खूब!