Comments (2)
12 Jun 2020 10:40 AM
लाख बंदिशे कर ली पर ये दिल है कि मानता नहीं।
यादों के झरोखों को बंद भी किया पर वो सपनों को आने से रोकता नहीं।
श़ुक्रिया !
लाख बंदिशे कर ली पर ये दिल है कि मानता नहीं।
यादों के झरोखों को बंद भी किया पर वो सपनों को आने से रोकता नहीं।
श़ुक्रिया !
बहुत खूब ।
धन्यवाद !