मुझे नहीं लगता कि मेरी लेखनी से किसी को आपत्ति होगी। और है भी तो मैनें कुछ गलत नहीं लिखा। हमारे हिन्दू धर्म में पथ्थर पूजा जाता है इस बात का विरोध नहीं करती मैं और ना ही किसी का भी नाम लिया है। रही बात लिखने की जो मैने देखा वो लिख दिया। आपके अनुसार आप सही होंगें पर मैं मेरी जगह सही हूँ।
आशा है केवल टिप्पणी ही नहीं आगे से like भी आपकी तरफ से मिलेगें।
धन्यवाद!!
आपकी रचना आपत्तिजनक है।
यह लोगों की आस्था पर ठेस पहुंचाती है।
कृपया इस प्रकार की रचना पोस्ट ना करें जो किसी धर्म विशेष की आस्था पर चोट पहुंचाती है।
मुझे नहीं लगता कि मेरी लेखनी से किसी को आपत्ति होगी। और है भी तो मैनें कुछ गलत नहीं लिखा। हमारे हिन्दू धर्म में पथ्थर पूजा जाता है इस बात का विरोध नहीं करती मैं और ना ही किसी का भी नाम लिया है। रही बात लिखने की जो मैने देखा वो लिख दिया। आपके अनुसार आप सही होंगें पर मैं मेरी जगह सही हूँ।
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