Comments (5)
29 May 2020 10:51 AM
अद्वितीय कविता लोकेंद्र भैया जी।।
सच्चाई से भरपूर प्रस्तुति।।
कवि लोकेन्द्र ज़हर
Author
29 May 2020 09:31 PM
होंसलाफजाई के लिये आभार?…जय हो
29 May 2020 10:43 AM
उत्तम
कवि लोकेन्द्र ज़हर
Author
29 May 2020 09:32 PM
सादर आभार स्वीकार करें मोहतरमा ?
वर्तमान यथार्थ को परिलक्षित करती हुई भावपूर्ण प्रश्नवाचक प्रस्तुति।
धन्यवाद !