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25 May 2020 11:08 PM

धन्यवाद श्रीमान ‌। मुझे तो यही महसूस हो रहा है कि हम सब अपनी अपनी पीड़ा को समझ रहे हैं दूसरे की पीड़ा हमें विचलित नहीं करती।

वर्तमान परिस्थिति पर व्यथापूर्ण प्रस्तुति।

धन्यवाद !

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